बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हनुमान जी के 11वें रुद्र अवतार बनने की कथा और उन्हें प्रसन्न करने वाले 8 प्रसादों का वर्णन किया है. उन्होंने बताया कि जल तत्व की रक्षा के लिए भगवान शिव ने हनुमान रूप धारण किया था. शास्त्री जी ने कहा, 'हनुमान जी को पूरा नारियल समर्पित करना चाहिए, फोड़ कर नहीं.' उन्होंने पान, गुड़-चना, इमरती, चूरमा के लड्डू, केसर भात, फल और खीर को हनुमान जी का प्रिय भोग बताया. कथा के दौरान उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर के भक्तों की सराहना भी की.