प्रार्थना यानि विशेष अनुग्रह की चाह. प्रार्थना यानि जब व्यक्ति अपने ईष्ट के सामने जब ध्यान लगाता है या निवेदन करता है, तो व्यक्ति का मन निर्मल जाता है. प्रार्थना से हमारा मस्तिष्क स्वच्छ विचारों को धारण कर स्वस्थ बनता है. प्रार्थना से हमारे मनोविकार दूर होते हैं. प्रार्थना हमें विनम्र और विनयी बनाती है. प्रार्थना मन में ऊर्जा का संचार करती है. प्रार्थना ईश्वर में लीन होने का एक माध्यम है.
In this video of Prarthna Ho Swikaar, we explain the prayer is called the door of salvation.