शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई 2025 को Axiom-4 मिशन के तहत 18 दिन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में बिताने के बाद धरती पर सकुशल वापस लौटे हैं. वे भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री हैं जो इस मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए. उनकी वापसी पर उनकी मां आशा शुक्ला और पिता ने खुशी व्यक्त की. शुभांशु ने अंतरिक्ष में माइक्रो ग्रेविटी और साइनो बैक्टीरिया सहित सात महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोग किए. ये प्रयोग भारत के गगनयान मिशन के लिए सहायक साबित होंगे. भारत ने इस मिशन के लिए एक सीट 550 करोड़ रुपये में खरीदी थी. शुभांशु ने अंतरिक्ष से कहा, "आज का भारत स्पेस से महत्वाकांक्षी दिखता है आज का भारत निडर दिखता है आज का भारत कॉन्फिडेंट दिखता है आज का भारत गर्व से पूर्ण दिखता है और इन्हीं सब कारणों की वजह से मैं एक बार फिर से कह सकता हूं कि आज का भारत अभी भी सारे जहाँ से अच्छा दिखता है" उन्होंने अंतरिक्ष में भारतीय पकवान जैसे गाजर का हलवा और आमरस भी अपने साथियों के साथ साझा किए. उनका यह मिशन गगनयान के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है.