Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami (File Photo: PTI)
Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami (File Photo: PTI) उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजनीतिक इतिहास में यह पहली बार है जब कांग्रेस (Congress) ने चुनाव से पहले राज्य में नए पार्टी अध्यक्ष और अभियान समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति करके भारतीय जनता पार्टी ( BJP) को कड़ी टक्कर दी है. गढ़वाल कार्ड खेलकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए भी बड़ी चुनौती पेश की है.
नए अध्यक्ष के रूप में गणेश गोदियाल को किया नियुक्त
कांग्रेस ने उत्तराखंड में अपने नए अध्यक्ष के रूप में गणेश गोदियाल को नियुक्त किया है, जो एक अनुभवी नेता हैं और राज्य की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ है. गोदियाल की नियुक्ति को कांग्रेस की एक बड़ी रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य राज्य में भाजपा को कड़ी टक्कर देना है.
बनते दिख रहे नए समीकरण
उत्तराखंड की कांग्रेस राजनीति में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं. आलाकमान ने लंबे मंथन के बाद गणेश गोदियाल को उत्तराखंड कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. साथ ही प्रीतम सिंह को प्रचार समिति की कमान और डॉ. हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. करण माहारा को कांग्रेस कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. साथ ही जिला और शहर कांग्रेस के अध्यक्षों की सूची भी जारी कर दी गई है. मनोज यादव को प्रदेश कांग्रेस का सह प्रभारी बनाया गया है.
प्रदेश में संतुलन साधने की रणनीति
तीनों नामों का चयन प्रदेश में संतुलन साधने की रणनीति के तहत किया गया है. यह तिकड़ी अनुभव, संगठन और प्रभाव का संगम मानी जा रही है. गणेश गोदियाल संगठन के भीतर सुलझे और स्वीकार्य चेहरे हैं, प्रीतम सिंह के पास संगठन और जनसंपर्क का लंबा अनुभव है, जबकि डॉ. हरक सिंह रावत मैदान में सक्रिय और पुराने कांग्रेस-भाजपा समीकरणों को समझने वाले नेता माने जाते हैं.
कांग्रेस की स्थिति होगी मजबूत
गणेश गोदियाल को दूसरी बार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनाया गया है. इससे पहले वह 22 जुलाई 2021 से 10 अप्रैल 2022 तक यह दायित्व निभा चुके हैं. यह नियुक्ति 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर की गई है, जिसमें पार्टी की प्राथमिकता संगठन को जमीन से जोड़ना और पुराने मतभेदों को पाटना है. गोदियाल की नियुक्ति के साथ ही कांग्रेस ने अभियान समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति भी की है, जो राज्य में चुनावी रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इस नियुक्ति से कांग्रेस को राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी और भाजपा के लिए चुनौती पेश करेगी.
कांग्रेस के इस कदम को गढ़वाल कार्ड के रूप में देखा जा रहा है, जो राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. गढ़वाल क्षेत्र में कांग्रेस की अच्छी पकड़ है. गोदियाल की नियुक्ति से पार्टी को इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी. इस नियुक्ति से धामी सरकार के लिए भी चुनौती पेश हुई है, जो राज्य में अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है. कांग्रेस के इस कदम से धामी सरकार को अपनी रणनीति को बदलने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है, और राज्य में चुनावी माहौल को बदलने के लिए कांग्रेस को एक बड़ा अवसर मिल सकता है.
(मनजीत नेगी की रिपोर्ट)