बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी कथा में चरित्र की महत्ता पर प्रकाश डाला. उन्होंने आधुनिक उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे कंप्यूटर में वायरस आने पर एंटीवायरस की जरूरत होती है, वैसे ही मानव मस्तिष्क में बुरे विचारों को रोकने के लिए 'राम चरित्र' रूपी एंटीवायरस आवश्यक है. शास्त्री ने इंग्लैंड के विचारक जेरेमी टेलर का उल्लेख करते हुए कहा कि कर्म से स्वभाव और स्वभाव से चरित्र बनता है. उन्होंने न्यूजीलैंड से आए भक्त आकाश से संवाद करते हुए हनुमान जी की निर्भीकता का उदाहरण दिया. अंत में, उन्होंने 'सिर पर सीता राम' भजन के साथ भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया. देखिए अच्छी बात.