अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वर्तमान में जीने और चिंता मुक्त रहने की कला सिखाई. उन्होंने बच्चों और एक अमीर सेठ की कहानी के माध्यम से समझाया कि भविष्य की अत्यधिक चिंता कैसे खुशी छीन लेती है. वक्ता ने कहा, 'जिसने तुम्हें जिंदगी दी होगी, उसने भी तो तुम्हारे लिए कुछ विचार करके बैठा होगा, और उसने जो भी सोचा होगा बेहतर नहीं, बेहतरीन सोचा होगा.' प्रवचन में संघर्ष के महत्व पर भी जोर दिया गया, जिसमें सोने के तपने और पत्थर के घिसने का उदाहरण दिया गया. हनुमान जी के चरित्र से प्रेरणा लेने की बात करते हुए, उन्होंने लंका में सीता की खोज में उनके दृढ़ संकल्प और लक्ष्य प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया. देखिए अच्छी बात.