scorecardresearch

भारत का सबसे बड़ा शिवलिंग, एक हाजिरी भर से पूरे होते हैं सारे काम

प्रार्थना हो स्वीकार के हमारे खास कार्यक्रम में आज हम आपको लेकर चलेंगे. भगवान शिव के उस मंदिर में. जिसके बारे में कहा जाता है कि ये मंदिर द्वापर युग से ही अधूरा है. आखिर ये मंदिर 5000 सालों से क्यों अधूरा है. जहां मिलता है भारत का सबसे बड़ा शिवलिंग. जिसे उत्तर भारत का सोमनाथ भी कहा जाता है. भोलेनाथ के दिव्य दर्शन के लिए देश के कोने कोने से श्रद्धालु आते हैं. क्योंकि मान्यता है कि इस दरबार में लगने वाली बस एक हाजिरी आपके मन की हर एक कामना पूरी कर देती है. माना जाता है कि ये शिवलिंग द्वापर युग से यहां पर है. लेकिन इस मंदिर के जीर्णोद्धार की कथा परमार राजा भोज से जुड़ती है. भोजपुर के इस मंदिर की पहचान विशाल शिवलिंग से है. दावा किया जाता है कि एक ही पत्थर पर खड़ा यह विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग है. जो वास्तुशास्त्र का अद्भुत नमूना है. साथ ही लाखों भक्तों की आस्था का केन्द्र जहां शिव अपने भक्तों का कल्याण करते है.

The Bhojpur temple is believed to have been constructed by the 11th-century Paramara king Bhoja. Tradition also attributes to him the establishment of Bhojpur and the construction of now-breached dams in the area.[1] Because the temple was never completed, it lacks a dedicatory inscription. However, the name of the area ("Bhojpur") corroborates its association with Bhoja.