कई बीमारियों में फायदेमंद है काला चना

काला चना से बादाम जैसे फायदे मिलते हैं. इसे भूनकर, दाल बनाकर, कच्चा और भिगोकर अंकुरित करके खाया जा सकता है. अंकुरित चना खाना सबसे बेहतर माना जाता है.

25 से 50 ग्राम काला चला को रात में भिगोकर रख दें और सुबह में उठकर खाली पेट इसको खा लें.

काला चना खाने से स्पर्म काउंट बढ़ता है. इसके लिए चना खाकर ऊपर से गर्म दूध का सेवन किया जा सकता है.

अंकुरित चना में फाइबर होता है. इसको खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है. ये आंतों को जाम नहीं होने देता है.

काले चने में कैल्शियम होता है. बुजुर्गों के लिए काला चना दवा से कम नहीं है. इससे जोड़ों का दर्द दूर होता है.

पीलिया से लिवर खराब होने की शुरुआत हो सकती है. इसलिए रोजाना खाली पेट भिगोया काला चना खाना चाहिए. इससे ये समस्या नहीं आएगी.

ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए बच्चों को रोजाना काला चना खिलाना चाहिए. इस बीमारी में हड्डियां कमजोर और खोखली हो जाती हैं.

काला चना में आयरन और फॉस्फोरस पाया जाता है, जो हीमोग्लोबीन लेवल को बढ़ाता है. इसे रोज खाने से खून की कमी नहीं होती है.

अंकुरित काला चना एनर्जी लेवल बढ़ाता है. इसको खाने से सुस्ती और थकान नहीं होती है. स्टेमिना, ताजगी, ताकत और एनर्जी में बढ़ती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है.