ब्राउन राइस और व्हाइट राइस के बीच का फर्क

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ब्राउन राइस में चोकर, भ्रूण और एंडोस्पर्म तीनों भाग होते हैं, जिससे यह अधिक पोषक तत्व प्रदान करता है.

ब्राउन राइस में सफेद राइस की तुलना में अधिक फाइबर होता है, जो पाचन में सहायक है.

ब्राउन राइस का GI कम होता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है.

ब्राउन राइस का सेवन हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, मोटापा, और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम कर  सकता है.

सफेद राइस में चोकर और भ्रूण को हटा दिया जाता है, जिससे यह कम पोषक तत्व प्रदान करता है.

इसमें ब्राउन राइस की तुलना में कम फाइबर होता है, जो पाचन में सहायक नहीं होता.

सफेद राइस का GI उच्च होता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर तेजी से बढ़ता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है.

अधिक मात्रा में सफेद राइस का सेवन हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, और मोटापा के जोखिम को बढ़ा सकता है.