घर पर आसानी से करें असली बेसन की पहचान

जयपुर में एक फैक्ट्री से नकली बेसन की 538 बोरियां जब्त की गई हैं. हर एक बोरी में 30 किलो बेसन भरा हुआ था.

ये बेसन दुकानों से होते हुए लोगों के किचन तक पहुंचता और सेहत को नुकसान पहुंचाता.

बेसन हर भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है. ऐसे में मार्केट से खरीदते हुए असली औऱ नकली बेसन की पहचान जरूरी है.

नकली बेसन पानी में घुलने के बजाय चिपचिपा हो जाता है और गाढ़ा नहीं होता. जबकि असली बेसन गाढ़ा हो जाता है.

एक बर्तन में थोड़ा सा बेसन लें और इसे घोल लें. अब इसमें 2 चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें.

अगर कुछ देर बाद बेसन का रंग बदल जाए तो बेसन मिलावटी है.

असली बेसन को तवे पर सेंकने के बाद कोई काला धब्बा नहीं दिखेगा. जबकि नकली बेसन में तवे पर सेंकने से काले धब्बे दिखाई दे सकते हैं.

असली बेसन में अच्छी खुशबू आती है जबकि नकली बेसन में तीखी गंध आ सकता है.