हर सास को सरगी की थाली में जरूर रखनी चाहिए ये चीजें

करवा चौथ का त्योहार पूरे उत्तर भारत में सुहागिन स्त्रियां मनाती हैं. 

इस दिन महिलाएं अपने पतियों की भलाई और लंबी उम्र के लिए सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास करती हैं. 

इस अनुष्ठान में सरगी की परंपरा बहुत महत्वपूर्ण है, जो सूर्योदय होने से पहले का भोजन है. विवाहित महिलाओं को उनकी सास सरगी देती हैं.

सरगी की थाली में खाने-पीने और श्रृंगार की चीजें होती हैं जो सास प्यार और आशीर्वाद से अपनी बहू के देती हैं. 

सरगी थाली में पारंपरिक रूप से केले, सेब और अनार जैसे विभिन्न प्रकार के ताजे फल शामिल होते हैं.

सरगी की थाली में बादाम, अखरोट, काजू और किशमिश जैसे ड्राई फूट्स भी रखे जाते हैं.

इस थाली में मिठाई या लड्डू जैसी मिठाइयां शामिल होती हैं. इन्हें घी, चीनी और मेवे या आटे जैसी सामग्री से बनाया जाता है. थाली में सेवइयां और मठरी भी रखी जाती हैं. 

ताजा नारियल के टुकड़े अक्सर सरगी में जोड़े जाते हैं क्योंकि उन्हें शुभ माना जाता है. बहुत से लोग थाली में दही भी देते हैं.

सौभाग्य का प्रतीक सिंधारा भी सरगी में शामिल होता है. इसमें आमतौर पर चूड़ियाँ, बिंदी और सिन्दूर शामिल होते हैं.