नहीं आती नींद तो हो जाएं सावधान, युवाओं को टेंशन दे सकता है ये सर्वे 

यदि आपकी 25 से 40 के करीब है और आपको नींद नहीं आ रही है तो यह प्यार की नहीं बल्कि सेहत की बात है.  

यह एक तरह से नया पब्लिक हेल्थ चैलेंज हैं. इस तरह से बुजुर्ग ही नहीं बल्कि 40s में शामिल व्यक्ति भी नींद नहीं आने की समस्या से पीड़ित है.

सिविल सोसाइटी संगठन एजवेल फाउंडेशन ने नींद को लेकर एक सर्वे किया है. सर्वे में 5 हजार लोगों से उनके नींद के पैटर्न को लेकर बाचतीत की गई है.

सर्वे में शामिल लगभग 70% (3,488) उत्तरदाताओं ने 6 घंटे से कम की नींद ली. वहीं पुरुषों को नींद की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

सर्वे में शामिल होने वालों में कुल लोगों में से, 2,245 (45%) 40-64 वर्ष के बीच के थे. बाकि 2,755 (55%) वृद्ध व्यक्ति (65 वर्ष और उससे अधिक) थे.

जेंडर के अनुसार, 2,562 (51%) महिलाएं शामिल थीं. वहीं, 2438 (49%) पुरुष शामिल थे. सर्वे में शामिल लगभग 58% लोग शहरी क्षेत्रों से थे.

यह पाया गया कि भावनात्मक, सामाजिक और जीवन शैली के मुद्दों ने नींद नहीं आने की वजह हैं.

लगभग 73% (3,668) उत्तरदाताओं ने नींद को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में से एक के रूप में वित्तीय और संपत्ति के मामलों को जिम्मेदार ठहराया.

नींद के पैटर्न में गड़बड़ी के अन्य कारणों में, 72% उत्तरदाताओं ने बुजुर्ग परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की कमी का हवाला दिया.

छोटे और बुजुर्ग परिवार के सदस्यों (69%) के बीच अहंकार से संबंधित संघर्ष को वजह बताया. परिवार के छोटे सदस्यों की तरफ से आदर नहीं मिला और दुर्व्यवहार (62%) भी कारण रहा.

'स्लीप डिसऑर्डर - इमर्जिंग हेल्थ इश्यूज इन ओल्ड एज' टाइटल वाला यह सर्वे मई के दौरान 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आयोजित किया गया था.