क्या 9 घंटे से ज्यादा सोना चाहिए?

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कुछ लोगों के लिए 9 घंटे की नींद आरामदायक हो सकती है, पर यह हर किसी के लिए जरूरी नहीं.  

अत्यधिक नींद लेने से शरीर में सुस्ती और आलस्य की भावना उत्पन्न हो सकती है.  

9 घंटे से ज्यादा सोने वाले लोगों को अक्सर सुबह उठने में दिक्कत और थकान महसूस होती है.  

शोध के अनुसार, ज्यादा नींद से दिल की बीमारियों और डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. 

अत्यधिक नींद लेने से दिमाग में अवसाद और चिंता के लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं.

नियमित रूप से लंबे समय तक सोने से शरीर की जैविक घड़ी में गड़बड़ी हो सकती है.  

9 घंटे की नींद से कुछ लोगों में मोटापे का भी जोखिम बढ़ सकता है.  

ज्यादा सोने से मानसिक सक्रियता में कमी और ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल हो सकती है.  

अध्ययन बताते हैं कि अत्यधिक नींद लेने वाले व्यक्तियों में मृत्यु का जोखिम भी बढ़ जाता है.  

नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.