शारीरिक-मानसिक दोनों प्रकार की सेहत को ठीक रखने के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
आमतौर पर माना जाता रहा है कि मेडिटेशन सिर्फ तनाव-चिंता को दूर करता है पर शोध बताते हैं कि इसके अभ्यास के कई प्रकार के शारीरिक स्वास्थ्य लाभ भी हो सकते हैं.
मेडिटेशन यानी ध्यान मुद्रा का दैनिक अभ्यास आपके मूड को ठीक रखने में मदद करने के साथ, स्वस्थ नींद के पैटर्न को बढ़ावा देने और संज्ञानात्मक कौशल को बेहतर बनाने में भी कारगर पाया गया है.
मेडिटेशन की सबसे ज्यादा चर्चा इसके मानसिक स्वास्थ्य संबंधी लाभ को लेकर होती रही है. इसे स्ट्रेस रिलीवर अभ्यास के तौर पर जाना जाता है.
अध्ययनों की समीक्षा में निष्कर्ष निकाला कि तनाव कम करने के लिए ध्यान मुद्रा का अभ्यास, इसकी दवाइयों की तरह ही लाभकारी है.
ध्यान में सुधार और सोच की स्पष्टता आपके दिमाग को युवा बनाए रखने में मदद कर सकती है. मेडिटेशन का अभ्यास इसमें आपके लिए काफी सहायक है.
उम्र से संबंधित स्मृति हानि वाले लोगों पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि यह न्यूरोसाइकोलॉजिकल समस्याओं को सुधारने में भी कारगर तरीका है.
इसके अलावा समीक्षा में पाया गया कि ध्यान मुद्रा का नियमित अभ्यास करने वालों में उम्र के साथ होने वाले अल्जाइमर-डिमेंशिया रोगों का जोखिम कम हो सकता है.
मेडिटेशन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जो आपको इसके नियमित अभ्यास के लिए प्रेरित करती है. मेडिटेशन आपको काम पर ध्यान बढ़ाने में मदद करता है, जिससे आप लंबे समय तक केंद्रित रह सकते हैं.
मेडिटेशन का अभ्यास नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है. कई क्रोनिक दर्द के सहायक उपचार में भी मेडिटेशन से लाभ पा सकते हैं.
नियमित रूप से मेडिटेशन करने वाले लोगों में रक्तचाप की समस्या का जोखिम कम पाया गया है. यह हृदय और रक्त वाहिकाओं के तनाव को कम करने में सहायता करता है.