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प्लांट बेस्ड प्रोटीन और व्हे प्रोटीन में क्या बेहतर है? दोनों ही प्रोटीन के अच्छे सोर्स हैं लेकिन दोनों की ही अपनी-अपनी खूबियां हैं.
अगर प्लांट बेस्ड प्रोटीन की बात करें तो यह पौधों से मिलता है. इसलिए यह वेजिटेरियन और वीगन लोगों के लिए अच्छा है.
प्लांट बेस्ड प्रोटीन दाल, चना, किनोआ, टोफू, मटर, मेवे और होल व्हीट यानी साबुत अनाज से मिलता है.
जहां तक बात है व्हे प्रोटीन की, तो यह दूध से बनने वाला एक हाई क्वालिटी का प्रोटीन है.
जब दूध से पनीर बनाया जाता है तो जो लिक्विड बचता है, उसे व्हे कहते हैं. बाद में इसे ही जलाकर और सुखाकर पाउडर फॉर्म में तैयार किया जाता है.
व्हे प्रोटीन में सभी अमीनो एसिड्स होते हैं. इसलिए इसे 'कंप्लीट प्रोटीन' भी कहा जाता है. इसे सप्लिमेंट के तौर पर भी लिया जाता है.
ऐसे में सवाल उठता है कि आपके लिए इनमें बेहतर क्या है.
दरअसल अगर आपका मकसद मसल्स बनाना है तो व्हे प्रोटीन लेना आपके लिए बेहतर है. इसमें सभी अमीनो एसिड्स होते हैं और यह आसानी से पच भी जाता है.
वहीं अगर आप वीगन हैं या आपको डेयरी प्रोडक्ट्स से एलर्जी है तो आपके लिए प्लांट बेस्ड प्रोटीन ही बेहतर है.
यह बात भी ध्यान में रखना ज़रूरी है कि आप प्रोटीन के लिए किसी एक चीज़ पर निर्भर न रहें. आप डाइट में अलग-अलग तरह की प्रोटीन रिच चीज़ें शामिल करें.