ओवरथिंकिंग यानी किसी बात को बार-बार सोचना. जब हम बार-बार एक ही बात सोचते हैं तो इसका असर हमारे दिमाग पर पड़ता है.
ये विचार दिमाग पर हावी हो जाते हैं और हमें बेचैनी, तनाव और नींद न आने जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है.
इससे न केवल मानसिक शांति जाती है, बल्कि निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर हो जाती है. तो चलिए इससे निपटने के तरीके आपको बताते हैं.
1. खाली दिमाग सबसे बड़ा दुश्मन है. इसलिए हमेशा कुछ न कुछ करते रहें.
2. अपने मन की बात किसी दोस्त या परिवार वाले से शेयर करें. इससे आपका दिमाग हल्का होगा.
3. आप जो भी सोच रहे हैं उसे कागज पर लिख डालें. दिमाग से निकालकर कागज पर डालना बहुत राहत देता है.
4. सोशल मीडिया या इंटरनेट बार-बार देखने से सोचने की आदत और बढ़ जाती है. इसे कम करें.
5. कभी-कभी बस एक ग्लास ठंडा पानी पीने से भी ओवरथिंकिंग से राहत मिल जाती है.