जब लगे सबकुछ खत्म हो रहा है, याद कर लें गीता की ये 5 बातें

कई बार जीवन में ऐसा लगता है कि सबकुछ खत्म हो रहा है. रास्ते बंद हैं, उम्मीदें टूट रही हैं और आगे कुछ दिखाई नहीं देता.

तब श्रीमद्भगवद गीता में लिखी कुछ बातें आपके अंदर छिपे साहस को जगाती है. 

यहां गीता की वो 5 बातें हैं, जो बताती हैं कि हर अंत के बाद एक नई शुरुआत छिपी होती है.

1. गीता के मुताबिक इस दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं. यदि हालात खराब हैं, तो वे एक न एक दिन बदलेंगे ही. 

2. जब हम फल की चिंता छोड़कर अपने कर्म पर ध्यान देते हैं, तो हर दिन एक नई शुरुआत होती है. गीता सिखाती है कर्म करो और आगे बढ़ो.

3. स्थिर मन ही नए रास्ते दिखाता है. श्रीमद्भगवद गीता के मुताबिक मन शांत हो तो नए अवसर दिखते हैं.

4. गीता में कहा गया है कि जो खुद पर भरोसा रखता है, संसार की कोई ताकत उसे आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती.

5. जो जा रहा है, उसे जाने दो.. जो आने वाला है, उसका स्वागत करो. गीता में श्रीकृष्ण के ये उपदेश हारे हुए लोगों को सहारा देते हैं.