भारत में शंख को सदियों से शुभ और पवित्र माना गया है.
पुजा पाठ, आरती और त्योहारों में जब शंख की गूंज होती है तो वातावरण में एक विशेष ऊर्जा का संचार होता है.
शंख की ध्वनि सिर्फ धार्मिक महत्व तक सीमित है, बल्कि इसके स्वास्थ्य के लिए भी फायदे हैं.
शंख की ध्वनि से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं, इससे वातावरण पवित्र और बनता है.
शंख को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद माना जाता है, शंख को नियमित रूप से बजाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, साथ ही ग्रह क्लेश से भी नहीं होता.
शंख बजाने से शरीर में कंपन उत्पन्न होता है जो दिमाग को शांति देता है और तनाव कम करता है.
शंख बजाना एक प्रकार की ब्रीदिंग एक्सरसाइज है, जिससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और श्वास से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं.
शंख की ध्वनि पेट की नाड़ियों पर असर डालती है, जिससे पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है.
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि शंख बजाने से शरीर की आंतरिक ग्रंथियों में संतुलन आता है, जिससे डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी मदद मिल सकती है.