ग्रीन टी या लेमन वॉटर, क्या है ज्यादा बेहतर?

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ग्रीन टी और लेमन वाटर दोनों ही वेट लॉस के लिए अच्छे हैं, लेकिन उनकी खासियतें अलग-अलग हैं. 

अगर ग्रीन टी की बात करें तो इसमें कैटेचिन्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाते हैं और फैट बर्न करने में मदद करते हैं. 

कैफीन भी थोड़ा होता है, जो एनर्जी लेवल और फोकस को सपोर्ट करता है. स्टडीज में इसे वेट लॉस के लिए प्रभावी माना गया है.

इसे आप सुबह या दोपहर में 2-3 कप बिना चीनी के पी सकते हैं. रात में ज्यादा पीने से नींद डिस्टर्ब हो सकती है.

ज्यादा ग्रीन टी (5 कप से ज्यादा) से पेट में गड़बड़ या एसिडिटी हो सकती है.

अगर लेमन वाटर की बात करें तो यह विटामिन सी से भरपूर होता है. यह हाइड्रेशन बढ़ाता है और डाइजेशन को सुधारता है. 

सुबह खाली पेट पीने से बॉडी डिटॉक्स होती है और क्रेविंग्स कम हो सकती हैं. कैलोरी जीरो होती है, जो वेट लॉस डाइट में फिट बैठता है.

इसे आप सुबह गुनगुने पानी में नींबू डालकर या दिनभर में 2-3 ग्लास. नींबू का ज्यादा इस्तेमाल दांतों की इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है. शहद डालने से कैलोरी बढ़ सकती है.

यानी अगर आपको मेटाबॉलिज्म बूस्ट करना है तो ग्रीन टी ज्यादा असरदार है क्योंकि इसमें फैट-बर्निंग कंपाउंड्स हैं. 

अगर हाइड्रेशन और आसान ऑप्शन चाहिए तो लेमन वाटर सस्ता है, इसे बनाना आसान है और रोज़ाना पीने के लिए बढ़िया है.