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सोने से पहले नाक को गुनगुने पानी और नमक से धोएं.
बायीं या दायीं करवट लेकर सोएं, पीठ के बल सोने से बचें.
वजन ज्यादा हो तो उसे कम करें, यह खर्राटों को कम करता है.
सोने से 3-4 घंटे पहले शराब और धूम्रपान से बचें.
नाक की रुकावट के लिए स्टीम इनहेलर का इस्तेमाल करें.
तकिए को थोड़ा ऊंचा रखें ताकि सांस की नली खुली रहे.
नियमित व्यायाम से गले और फेफड़ों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
नींद की कमी खर्राटों को बढ़ाती है, इसलिए 7-8 घंटे सोएं.
अगर खर्राटे लगातार बने रहें, तो स्लीप एपनिया की जांच कराएं.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.