पर्सनैलिटी डेवलपमेंट में कम्युनिकेशन स्किल्स खास रोल निभाती है. कई बार कुछ लोगों को अपने शर्मीले स्वभाव की वजह से किसी के सामने बोलने में झिझक महसूस होती है.
तो वहीं अच्छे स्पीकर अपनी बोलने की प्रतिभा की वजह से काफी कुछ हासिल कर लेते हैं.
अगर आप भी अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को इम्प्रूव करके ग्रेट स्पीकर बनना चाहते हैं तो इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं.
गुड स्पीकर बनने के लिए जरूरी है शब्दों का चुनाव सोच समझकर किया जाए. ऐसे में अगर आप भी बेहतर वक्ता बनने की तमन्ना रखते हैं. तो सबसे पहले अपने डिक्शन में सुधार करें.
शब्दों का चुनाव ही नहीं इनका सही तरीके से उच्चारण करना भी अच्छा वक्ता बनने की लिस्ट में शामिल है. इसकी प्रैक्टिस के लिए टंग ट्विस्टर ट्राइ करना बेहतर ऑप्शन हो सकता है.
आपकी स्पीकिंग स्किल्स बेहतर बने इसके लिए जरूरी है, जोर-जोर से बोलकर पढ़ने की प्रैक्टिस करना.
इस तरह से न सिर्फ आपको नए शब्दों को सही तरीके से उच्चारण करने का अभ्यास होता है. बल्कि रीडिंग हैबिट भी डवलप होती है, जिससे आप खुद भी अपनी भाषा को अच्छी तरीके से समझ सकते हैं.
स्पीकिंग स्किल्स में सुधार लाने के लिए टोन पर भी फोकस करना जरूरी है. ऐसे में हमेशा एक टोन में बात न करें बल्कि अपनी बात रखते समय, जरूरत के अनुसार तेज और धीमी टोन को फॉलो करें.
हमेशा कॉन्वर्सेशन को टू वे बनाने की कोशिश करें और लगातार कभी भी बोलने की कोशिश न करें. नॉन स्टॉप बोलने के बजाए आराम से और रुक-रुक कर बोलना बेहतर रहता है.