ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आखों के फड़कने को शगुन या अपशगुन से जोड़कर देखा जाता है. ज्योतिष की मानें तो आंख का फकड़ना हमें हमारे भविष्य का भी संकेत देता है.
आइए जानते हैं कि किस आंख के फड़कने से आपकों लाभ होता है और कौन-सी आंख के फड़कने से नुकसान झेलना पड़ता है.
महिलाओं में बायीं आंख का फड़कना शुभ माना जाता है. जबकि दाईं आंख का फड़कना कुछ अपशगुन होने का संदेश देता है. वहीं पुरूषों के संबंध में इसका ठीक उल्टा माना जाता है.
पुरूषों की बाईं आंख फड़कने से कुछ अशुभ होने की आंशका बनी रहती है. जबकि दायीं आंख फड़कना कुछ शुभ होने का संकेत है.
पुरूषों में दाईं आंख फड़कने का मतलब है कि उनका कोई सपना जल्द ही पूरा होने वाला है.
वहीं, अगर किसी पुरूष की बाईं आंख फड़के तो समझना चाहिए कि कुछ अशुभ घटने वाला है, या फिर वह किसी मुसीबत में फसने वाला है.
महिलाओं की बाईं आंख फड़कने का मतलब है कि जल्द ही उनके जीवन में सुख-शांति का प्रवेश होने वाला है.
वहीं, दाईं आंख फड़कने पर सावधान हो जाएं. क्योंकि यह खराब स्वास्थ्य की ओर संकेत करता है.
कभी-कभी लोगों की दोनों आंखे एक साथ फड़कने लगती हैं. ऐसे में लोग दुविधा में पड़ जाते हैं कि यह शुभ संकेत है या अशुभ.
दोनो आंखों के साथ में फड़कने का मतलब है कि किसी पुराने दोस्त या रिश्तेदार से मुलाकात होने वाली है. यह संकेत पुरूष और महिला दोनों के लिए ही समान है.
साइंस के अनुसार, मांसपेशियों में परेशानी के चलते आंखें फड़कती हैं. व्यक्ति की नींद पूरी न होने पर या किसी तनाव के चलते यह समस्या हो सकती है.