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पीनट बटर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) बहुत कम होता है, यानी यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाता.
इसमें प्रोटीन और हेल्दी फैट्स अधिक होते हैं, जो शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.
बिना शुगर और बिना ज्यादा नमक वाला नैचुरल पीनट बटर डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतर माना जाता है.
मार्केट में मिलने वाले कई पीनट बटर ब्रांड्स में एडेड शुगर और हाइड्रोजेनेटेड ऑयल्स होते हैं, जो शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं.
डायबिटीज वाले लोग अगर पीनट बटर खाते हैं तो उसे सीमित मात्रा (1-2 टेबलस्पून) में लेना चाहिए.
पीनट बटर को होल ग्रेन ब्रेड या फलों के साथ खाने से एनर्जी भी मिलती है और शुगर स्पाइक भी नहीं होता.
ज्यादा मात्रा में खाने से इसमें मौजूद कैलोरी और फैट वजन बढ़ा सकते हैं, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से शुगर कंट्रोल मुश्किल हो सकता है.
नैचुरल पीनट बटर में मौजूद फाइबर भी ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है.
रात में ज्यादा पीनट बटर खाने से पाचन पर असर पड़ सकता है, इसलिए दिन में सीमित मात्रा में लेना बेहतर है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.