आप भी तो नहीं कर रहे रिलेशनशिप में माइक्रो-चीटिंग?

कई बार रिलेशनशिप में ना चाहते हुए भी हम चीटिंग कर रहे होते हैं. हालांकि कई बार ये इतने छोटे लेवल पर होती है कि हम पहचान भी नहीं पाते हैं.  इसी को हम माइक्रो चीटिंग कहते हैं.

रिलेशनशिप में आप या आपके पार्टनर माइक्रो चीटिंग कर रहे हैं ये पता करने के कई तरीके हो सकते हैं. 

मैसेज को डिलीट करना, फोन या कंप्यूटर स्क्रीन को छिपाना, या कुछ बातचीत को अपने साथी से छिपाकर रखना जैसा सीक्रेट बिहेवियर माइक्रो चीटिंग में आता है.  

अपने रिलेशनशिप से इतर बाहर के किसी दूसरे व्यक्ति से इमोशनल कनेक्शन बनाना माइक्रो चीटिंग है.

किसी और के साथ फ़्लर्ट करना, उनकी तारीफ करना माइक्रो चीटिंग का ही हिस्सा है. 

किसी रिलेशनशिप में रहते हुए अपने लिए किसी दूसरे इंसान को बैकअप रखना या ऑप्शन रखना भी माइक्रो चीटिंग है. 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी दूसरे व्यक्ति जिसे आप नहीं जानते हैं उसके पोस्ट पर ज्यादा लाइक करना, कमेंट करना, मैसेज करना माइक्रो चीटिंग का हिस्सा है. 

लगातार अपने पार्टनर की तुलना दूसरों से करना और किसी और के साथ रिलेशनशिप में होने की कल्पना करना माइक्रो चीटिंग है. 

अपने पार्टनर की जानकारी के बगैर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ प्राइवेट मीटिंग करना, उनसे छिप छिपकर मिलना माइक्रो चीटिंग है. 

अपने पार्टनर के अलावा किसी दूसरे से अपनी फीलिंग्स शेयर करना, सीक्रेट शेयर करना या इंटिमेट बातें करना माइक्रो चीटिंग है. 

दूसरों की अटेंशन के लिए अलग-अलग चीजें करना भी माइक्रो चीटिंग का ही हिस्सा है. 

रिलेशनशिप में जो सीमाएं आप दोनों ने बनाई हैं उनको पार करना माइक्रो चीटिंग होता है.