बच्चों के मानसिक विकास (ब्रेन डेवलपमेंट) के लिए सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि रोज़ की कुछ अच्छी आदतें भी बहुत ज़रूरी होती हैं.
ये आदतें न सिर्फ उनके दिमाग को तेज़ बनाती हैं, बल्कि उन्हें भावनात्मक रूप से भी मजबूत बनाती हैं.
नींद दिमाग की रीसेट बटन की तरह काम करती है. बच्चों को रोज़ 8-10 घंटे की गहरी नींद ज़रूर लेनी चाहिए ताकि उनका दिमाग अच्छी तरह से काम करे और याददाश्त बेहतर बने.
हर दिन 15–30 मिनट पढ़ना, चाहे किताबें, कहानियां या कॉमिक्स पढ़ें. यह आदत दिमागी गतिविधियों को बढ़ाती है और कल्पनाशक्ति को मजबूत करती है.
सूखे मेवे (जैसे अखरोट, बादाम), हरी सब्ज़ियां, फल और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाना दिमाग के विकास में मदद करते हैं.
पज़ल्स, सुडोकू, मेमोरी कार्ड गेम्स, लूडो जैसे खेल बच्चों के सोचने और निर्णय लेने की क्षमता को तेज करते हैं.
हर दिन कुछ समय दौड़ना, खेलना या योग करना दिमाग में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है जिससे ध्यान और फोकस बेहतर होता है.
ड्राइंग, पेंटिंग, डांस, म्यूजिक जैसे रचनात्मक काम बच्चों को मानसिक रूप से सक्रिय रखते हैं और उनका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं.
छोटे-छोटे ध्यान (meditation) अभ्यास और गहरी सांस लेना बच्चों में आत्मनियंत्रण और एकाग्रता को बढ़ावा देते हैं.