सोने के बारे में इनमें से कितनी बातें जानते हैं आप?

दुनिया में पाए जाने वाले लगभग सभी सोने की उत्पत्ति पृथ्वी पर नहीं हुई है. इसके बजाय, हम जो सोना इस्तेमाल करते हैं वह उल्कापिंडों से आया है, जो पृथ्वी के बनने के 200 मिलियन साल बाद पृथ्वी पर गिरे थे.

सोने को किसी भी शेप में लाया जा सकता है. 28.3 ग्राम सोने को पीटकर 8 किमी लंबा धागा भी बनाया जा सकता है, और इससे 100 वर्ग फुट की चादर भी बन सकती है.

औसतन 70 किलो वजन वाले इंसान के अंदर 0.2 मिलीग्राम सोना होता है.

आप गोल्ड लीफ या ग्लिटर के रूप में सोना सुरक्षित रूप से खा सकते हैं. शुद्ध सोना जहरीला नहीं होता है और यह सीधे पच जाता है.

सोना जल्दी से रियेक्ट नहीं करता है. गोल्ड में जंग नहीं लगता न ये ऑक्सीडाइज्ड होता है.

वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि भूकंप के दौरान फॉल्टलाइन के अंदर का पानी वाष्पीकृत हो जाता है, जिससे क्वार्ट्ज के साथ सोने के क्रिस्टल बनते हैं.

 सोना सबसे महंगी धातु नहीं है. पृथ्वी पर पाई जाने वाली सबसे महंगी धातु पैलेडियम और रोडियम हैं. 

दुनिया में केवल 50,000 टन जमीन के नीचे सोने का भंडार बचा है. इसकी तुलना में, लगभग 190,000 टन सोने का खनन पहले ही किया जा चुका है.

सोना दुर्लभ और महंगा है, लेकिन इसके गुणों के कारण यह ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स में मौजूद है. कंप्यूटर, टीवी, कैमरा, रेडियो और मीडिया प्लेयर सभी में सोना होता है. 

चीन वर्तमान में लगभग 370 टन वार्षिक उत्पादन के साथ सोने का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है.

समुद्र का पानी सोने से भरा है. महासागरों में लगभग 20 मिलियन टन कीमती धातु है, जिसकी कीमत लगभग 771 ट्रिलियन डॉलर है.