घर के बाहर नीम पेड़ होने के फायदे

हिंदू धर्म में नीम के पेड़ को बहुत ही पवित्र माना गया है. इसका संबंध सिर्फ स्वास्थ्य लाभों से ही नहीं, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी जुड़ा हुआ है.

घर के बाहर नीम पेड़ होने से बहुत फायदे मिलते हैं इसलिए इस पेड़ को कभी काटना नहीं चाहिए. यदि कुंडली में केतु दोष हो तो नीम की पत्तियां पानी में डालकर स्नान करना लाभदायक होता है.

नीम का पेड़ शनि के दोषों को शांत करने में सहायक होता है. बस इस पेड़ को लगाते समय सही दिशा का ध्यान रखें. सही दिशा में लगाने से ग्रह दोष शांत होते हैं और घर में समृद्धि आती है.

नीम का संबंध मंगल, शनि और केतु ग्रहों से होता है. ऐसे में घर के दक्षिण दिशा नीम का पेड़ लगाने के लिए सबसे शुभ माना जाता है.

घर के दक्षिण दिशा में नीम का पेड़ लगाने से लंबे समय से अटकी हुई बरकत फिर से सक्रिय हो सकती है.

नीम के पेड़ के पास नकारात्मक ऊर्जा टिक नहीं पाती. यह न सिर्फ राहु-केतु और शनि के प्रभावों को कम करता है, बल्कि सकारात्मकता और धन-संपत्ति का भी प्रवेश कराता है. 

घर के बाहर नीम का पेड़ लगाने से नजर दोष, पितृ दोष और शनि-मंगल के दोषों से भी राहत मिलती है.

नीम को नीमाड़ी देवी का रूप माना गया है. नीम की लकड़ी से हवन करने पर वास्तु दोष दूर होते हैं और घर में सुख-शांति आती है. नीम की पत्तियों से धूनी देने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है.

नीम का संबंध मंगल ग्रह से होता है. रोजाना इस पेड़ पर जल अर्पित करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है. नीम की माला धारण करने से शनि के अशुभ प्रभावों से भी बचा जा सकता है.