आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखना एक बड़ी चुनौती हैं.
ऐसे में रोजाना सिर्फ 10 मिनट की प्रार्थना न सिर्फ मन को शांति देगी बल्कि शरीर और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद साबित होगा.
शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर हम नियमित रूप से प्रार्थना करते हैं तो तनाव 25 फीसदी कम कर देता हैं.
न्यूरोसाइंस के अध्ययन में पाया गया कि नियमित रूप से प्रार्थना मस्तिष्क के उन क्षेत्रों सक्रिय करता है, जो सकारात्मक से जुडे़ होते हैं.
जो लोग नियमित तौर पर प्रार्थना करते हैं, उनको ब्लड प्रेशर की समस्या कम रहती है, और इम्युन सिस्टम बेहतर रहता हैं.
रोजाना प्रार्थना करने से इम्पलस कंट्रोल बढ़ता है, यानी वह खुद को अच्छे से नियंत्रित कर पाते हैं.
प्रार्थना करने से व्यक्ति आत्म-संवाद का अवसर मिलता है, जो अंदर से एकाग्र और स्थिर बनाता है. जिससे आत्म विकास में वृद्धि होती हैं जिससे हम विभिन्न पहलुओं में खुद को समझ सकते हैं.