आज जब भी हम हील्स की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में एक स्टाइलिश महिला की तस्वीर सामने आती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि हील्स की शुरुआत महिलाओं के लिए नहीं, बल्कि मर्दों के लिए हुई थी?
आपको जानकर हैरानी होगी कि 17वीं शताब्दी में पर्शियन शासकों द्वारा हील्स पहनने की परंपरा शुरू हुई.
जब ये योद्धा युद्ध के मैदान में घोड़े पर सवार होकर निकलते थे, तो उनके जूते में लगी हील उन्हें रकाब में मजबूती से टिके रहने में मदद करती थी.
इसके बाद यूरोप के शाही पुरुषों ने भी हील्स पहनना शुरू किया.
खास बात ये थी कि उनके जूतों में लाल रंग की हील्स होती थीं, जो सत्ता, प्रतिष्ठा और शक्ति का प्रतीक मानी जाती थीं. उस दौर में आम मजदूरों और किसानों के जूते सपाट हुआ करते थे.
इसके बाद महिलाओं ने साहस दिखाया और पुरुषों की तरह हील्स पहनना शुरू कर दिया.
18वीं शताब्दी तक पुरुषों ने हील्स पहनना लगभग बंद कर दिया, लेकिन महिलाओं के लिए ये फैशन का अहम हिस्सा बन गया.