एक बूंद को धरती तक  आने में कितना टाइम  लगता है?

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मानसून का सीजन आ गया है. देश के ज्यादातर राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. कहीं पर ज्यादा तो कहीं पर कम बारिश हो रही है.

जब आसमान में बादल घिरते हैं, तो हम बारिश का इंतज़ार करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक बूंद को धरती तक पहुंचने में कितना वक्त लगता है?

बारिश की हर बूंद आसमान से धरती तक का एक सफर तय करती है. इस सफर में लगते हैं कई सेकेंड लेकिन बीच में बहुत कुछ होता है.

एक बारिश की बूंद औसतन 2 से 5 मिलीमीटर की होती है. बड़ी बूंदें तेजी से गिरती हैं और छोटी बूंदे धीरे-धीरे गिरती हैं.

बारिश की बूंद की आसमान से धरती पर गिरने की रफ्तार औसतन 6 से 9 मीटर प्रति सेकेंड होती है. मतलब हर सेकंड में बूंद 6-9मीटर नीचे आती है.

आसमान में बादल ज्यादातर समय बादल ज़्यादातर 1000 से 2000 मीटर ऊंचाई पर होते हैं.तो नीचे आने में करीब 5-6 मिनट का समय लगता है.

कहानी यहीं नहीं रुकती. हवा, तापमान, और बूंद का आकार इस सफर को तेज़ या धीमा कर सकते हैं.

छोटी फुहारें या धुंध की बूंदें तो इतनी हल्की होती हैं कि वे बहुत धीरे गिरती हैं. 3 मीटर/सेकंड या उससे भी कम होती है.

कभी-कभी तेज़ हवा बूंदों को भटका देती है. इससे उनका रास्ता और समय दोनों बदल जाते हैं. वैज्ञानिकों ने यह सब प्रयोगों और गणनाओं से जाना है.

अगली बार जब आप बारिश में भीगें तो सोचिए उस बूंद ने कितना लंबा सफर तय किया है सिर्फ आपके चेहरे तक पहुंचने के लिए.

नोट- यहां बताई गईं सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.