(Photos Credit: Getty)
फाइटर जेट दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों में से एक होते हैं. ये जेट आसमान से दुश्मन पर हमला करते हैं.
फाइटर जेट को चलाने के लिए काफी ज्यादा फ्यूल लगता है. ये जेट फ्यूल की काफी ज्यादा खपत करता है.
आसमान का राजा कहे जाने वाला फाइटर जेट की टंकी कितने लीटर में फुल होती है? आइए इस बारे में जानते हैं.
फाइटर जेट में पेट्रोल-डीजल नहीं, एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) डलता है. ये बहुत हाई-क्वालिटी फ्यूल होता है.
एक फाइटर जेट की टंकी कितने लीटर फ्यूल में फुल होती है. ये उसके मॉडर पर डिपेंड करता है. कुछ जेट्स में 2,000 लीटर, तो कुछ में 12,000 लीटर तक फ्यूल आता है.
भारत के सबसे ज्यादा ताकवर फाइटर जेट्स सुखोई, राफेल और तेजस हैं. सुखोई में 10 लीटर तक फ्यूल आता है. राफेल में 5हजार लीटर और तेजस की टंकी 2500 लीटर में फुल होती है.
विदेशी फाइटर जेट्स की बात करें तो F-22 Raptor में 8,200 लीटर फ्यूल आता है. वहीं F-16 Falcon में 3,200 लीटर और MiG-29 की टंकी 3,500 लीटर में फुल होती है.
कुछ फाइटर जेट्स बेहद एडवांस होते हैं. इनमें हवा में भी फ्यूल भरता है. कुछ फाइटर जेट्स में Aerial Refueling सिस्टम होता है, यानी उड़ते-उड़ते फ्यूल भरा जा सकता है.
फाइटर जेट्स की स्पीड 2,000 किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा होती है. 1 घंटे में 2000 लीटर तक फ्यूल खर्च हो सकता है.
फाइटर जेट्स में दो फ्यूल टैंक होते हैं. इंटरनल टैंक, जेट के अंदर होता है. वहीं एक्सटर्नल टैंक विंग्स या नीचे लगे होते हैं.कभी-कभी मिशन के बाद इन्हें गिरा भी दिया जाता है.
नोट- यहां बताई गईं सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.