जानें कैसे परमाणु बम गिरने पर भी बच सकती है जान?

(Photo Credit: Pixabay and PTI)

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. मोदी सरकार पाक से बदला लेने की तैयारी में है. 7 मई 2025 को देशभर में युद्ध की मॉक ड्रिल होगी.

मॉक ड्रिल का मकसद है जंग की नौबत आने पर अपने लोगों की सुरक्षा करना है. एयरस्ट्राइक होने पर जो सायरन बजता है, वही सायरन सभी जगह 7 मई को सुनाई देंगे.

पाकिस्तान परमाणु हमले की गीदड़ भभकी दे रहा है. हम आपको बता रहे हैं यदि परमाणु अटैक होता है तो फिर ऐसी स्थिति में आप कैसे अपनी जान बचा सकते हैं.

परमाणु बम गिरने की स्थिति में आपकी जान आपकी जानकारी और सतर्कता ही बचा सकती है. यदि आपको कहीं परमाणु बम गिरने की चेतावनी मिले तो ऐसी स्थिति में संयम से काम लेना चाहिए. हड़बड़ा कर बाहर की ओर भागना नहीं चाहिए.

यदि परमाणु हमला होता है तो किसी मजबूत इमारत या फिर तहखाने या मोटी कंक्रीट की दीवारों वाले घर में छिप जाएं. यह विस्फोट और रेडियेशन से बचाएगा.

परमाणु हमले के दौरान घर या इमारत की खिड़कियों, दरवाजों या फिर बाहरी दीवारों से दूर रहें, विस्फोट से इसके कांच टूट सकते हैं.

परमाणु हमले के दौरान यदि आप घर से बाहर हैं तो जमीन पर लेट जाएं और चेहरा नीचे करें और सिर को हाथों से ढक लें. परणाणु बम गिरने के बाद 48 घंटे तक घर से बाहर न निकलें.

परमाणु हमले के दौरान घर की खिड़कियों और दरवाजों को टेप या कपड़े से सील करें ताकि रेडियोधर्मी धूल अंदर न आए. मुंह और नाक को मास्क या कपड़े से ढकें ताकि धूल सांस में न जाए.

परमाणु हमले की आशंका के दौरान घर में बिजली का इस्तेमाल न करें. घर में हेल्थ कीट, पानी और भोजन की व्यवस्था रखें.