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अंतरिक्ष असीम संभावनाओं से भरा हुआ है. इंसान कई सालों से अंतरिक्ष में नई चीज़ें खोजने की कोशिश कर रहा है.
इस सिलसिले में इंसानों ने अंतरिक्ष में एक स्पेस स्टेशन भी बनाया है. यहां एस्ट्रोनॉट लंबा वक्त बिताते हैं.
हालांकि स्पेस स्टेशन में एस्ट्रोनॉट का जीवन बोरिंग हो सकता है. कई लोग सवाल करते हैं कि क्या अंतरिक्ष में सेक्स करना पॉसिबल है?
इसका जवाब है नहीं. आइए आपको बताते हैं कि अंतरिक्ष में सेक्स करना क्यों असंभव (या बेहद मुश्किल) है.
1. अंतरिक्ष में माइक्रोग्रैविटी होती है, यानी लगभग जीरो ग्रैविटी. ऐसे में बॉडी को एक जगह रखना मुश्किल है. सेक्स के लिए जो पोजीशन और मूवमेंट चाहिए, वो बिना ग्रैविटी के मुश्किल है.
2. दो लोग अगर साथ में कुछ "करने" की कोशिश करें तो न्यूटन का तीसरा नियम (हर क्रिया की बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया) लागू होगा.
अगर एक भी पार्टनर फोर्स लगाने की कोशिश करेगा तो दोनों उड़ते हुए दीवार से टकरा सकते हैं.
3. स्पेस स्टेशन में प्राइवेसी भी कम होती है. स्पेससूट या टाइट केबिन में कुछ करना नामुमकिन सा है. बिस्तर जैसी चीज भी नहीं होती. बस स्लीपिंग बैग होते हैं जो दीवार से बंधे होते हैं.
4. माइक्रोग्रैविटी में पसीना, लार या कोई और फ्लूइड हवा में तैरने लगता है. अगर कोई स्पेस में सेक्स करने की कोशिश करेगा तो न सिर्फ उससे गंदगी फैलेगी बल्कि 'लिक्विड' मशीनों में भी लग सकता है.
नासा या दूसरी स्पेस एजेंसियों ने कभी ऑफिशियल तौर पर अंतरिक्ष में सेक्स की स्टडी नहीं की. कुछ लोग दावा करते हैं कि शटल मिशन में ऐसा हुआ होगा, पर कोई सबूत नहीं है.