कांवड़ यात्रा 2025 के लिए महत्वपूर्ण गाइडलाइन 

कांवड़ यात्रा शिव भगतों के लिए, पवित्र श्रावण मास में होने वाली एक बड़ी धार्मिक यात्रा है जिसमें हर साल लगभग 3 से 4 करोड़ श्रद्धालु भाग लेते हैं. 

हर साल कांवड़ यात्रा के दौरान कई घटना घटती है जिसके कारण यात्री तथा प्रशासन को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. 

जिसको लेकर इस बार सरकार ने कांवड़ यात्रा के लिए कुछ गाइडलाइन जारी किए हैं जो यात्रियों को जानना जरूरी है. 

यह सुनिश्चित करना कि भक्त लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ है और उसे कोई संक्रामक रोग तो नहीं है.

कांवड़ यात्रा में भाग लेने पर अकेले यात्रा करने या अपने समूह से अलग जाने से बचें। 

कोशिश करें कि साथ में प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च, कम्पास, पानी की बोतलें और छाता भी रखें.  

साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखें. कचरे को डस्टबिन में डालें. दोबारा इस्तेमाल की जा सकने वाली पानी की बोतलों और कटलरी का इस्तेमाल करें.

स्थानीय परंपराओं और रीति-रिवाजों का सम्मान करें और ऐसे किसी भी कार्य में भाग लेने से बचें जिससे अन्य भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचे.

स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रोटोकॉल का पालन करें, जिसमें COVID-19 या किसी अन्य संचारी रोग से संबंधित दिशानिर्देश शामिल हैं