"मन की शांति बाहर से नहीं, भीतर से आती है."
"जब तुम खुद को स्वीकार कर लेते हो, तभी सच्चा सुकून मिलता है."
"सच्ची शांति किसी विशेष स्थान में नहीं, बल्कि हमारे दृष्टिकोण में होती है."
"बोलने से पहले सोचो, क्योंकि शब्द शांति तोड़ सकते हैं."
"जैसे पानी शांत होने पर सब कुछ साफ दिखता है, वैसे ही शांत मन में ही स्पष्टता होती है."
"हर दिन थोड़ा समय खुद के साथ बिताओ, वही शांति की शुरुआत है."
"माफ करना और छोड़ देना सीखो - यही आत्मा का सच्चा सुकून है."
"भीतर की शांति वो ताकत है जो बाहर की हलचल को भी निरर्थक बना देती है."