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नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा की जाती है. इस दिन अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन का भी विशेष महत्व है.
इस साल शारदीय नवरात्रि में अष्टमी तिथि का कन्या पूजन 30 अक्टूबर दिन मंगलवार को किया जाएगा. इस दिन छोटी-छोटी कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर पूजा जाता है.
कन्या पूजन के लिए 1 से 10 वर्ष की कन्याओं को घर आने के लिए आमंत्रित करें.
कन्या पूजन के दिन नौ से अधिक कन्याओं को आमंत्रित करना शुभ होता है. एक छोटे बालक को भी बुलाएं, जिसे भैरव का स्वरूप माना जाता है.
कन्या पूजन के लिए हलवा और पूड़ी का प्रसाद तैयार करें.
कन्याएं और बटुक घर आ जाएं, तो उनका जल से पैरे धोएं और उनके चरण स्पर्श करें.
कन्याएं के माथे पर अक्षत, फूल और कुंकुम लगाएं. फिर उन्हें स्वच्छ आसन पर बैठाएं. इसके बाद कन्याओं और लड़के की कलाइयों पर मौली बांधें.
इसके बाद मां भगवती का ध्यान करके इन देवी रूपी कन्याओं को इच्छा अनुसार भोजन कराएं.
अंत में कन्याओं को गिफ्ट्स दें. उनके पैर छुएं और उन्हें उनके घर भेजने जाएं.