रेबीज से बचने के उपाय

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में एक जंगली कुत्ते ने ढाई साल की मासूम बच्ची को काट लिया, जिससे बच्ची की मौत हो गई.

मरने से पहले बच्ची ने गांव के ही 40 लोगों को काट लिया था. कुत्ते के काटने के कुछ दिन बाद ही बच्ची में रेबीज के लक्षण उभरने लगे थे.

रेबीज किसी संक्रमित जानवर की लार से इंसानों में फैलने वाला वायरस है. 

रेबीज तब फैलता है, जब कुत्ता, बंदर या अन्य कोई जंगली जानवर काट ले. 

जंगली जानवर के काटने पर अगर घाव ज्यादा गहरा नहीं हो तो उसे साबुन से कम से कम 15 मिनट तक धोना चाहिए. इसके बाद फर्स्ट एड करना चाहिए.

कुत्ते या किसी जानवर के काटने पर 24 घंटे के अंदर रेबीज का टीका लगवा लें.

रेबीज से बचने के लिए घर के पालतू जानवरों कुत्ता, बिल्ली या अन्य पशुओं को जरूरी टीका लगवाना चाहिए.

भारत में 18,000 से 20,000 लोग रेबीज की वजह से मरते हैं. इनमें सबसे ज्यादा 15 साल से कम उम्र के बच्चे होते हैं.