सावन के महीने में पूजा-पाठ और व्रत रखने जितना ही जरूरी है साज- श्रृंगार का महत्व.
श्रृंगार विवाहित महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक होता है. श्रृंगार में जो सबसे जरूरी होता है वो है हाथों में मेहंदी लगवाना.
सावन माह में मेहंदी लगाने की परंपरा नई नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है.
विवाहित महिलाएं अपने हाथों पर मेहंदी लगाती हैं. माना जाता है कि मेहंदी लगाने से दंपत्ति के बीच रिश्ता मजबूत होता है और प्रेम बढ़ता है.
कहा जाता है कि मेहंदी जितनी गहरी होती है, उतना ही ज्यादा प्यार पति का मिलता है.
इसके अलावा मेहंदी लगाना सेहत के लिहाज से भी लाभदायक माना जाती है.
हाथों में मेहंदी लगाने से गर्मी दूर होती है. मेहंदी की खुशबू स्ट्रेस कम करने का काम करती है.
मेहंदी डिजाइन में आजकल सिर्फ नाम नहीं बल्कि पूरे सेंटेंस, तारीख और तो और मंत्र भी लिखे जाते हैं. आप भी मेहंदी में शिव मंत्र लिखवा सकते हैं.
त्रिशूल वाले मेहंदी डिजाइन भी मिनिमल होते हैं. आप ये भी ट्राई कर सकते हैं.