भारत की 70 प्रतिशत आबादी आज भी गांव में रहती है. भारत में कुछ ऐसे गांव हैं, जहां के लोगों ने मिलकर अपने गांव की तस्वीर बदल दी है.
पिछले कई सालों से संघर्ष करते हुए आज इन गांवों ने सफलता की कहानी गढ़ दी है. अन्य गांवों के लिए अब ये मिसाल हैं.
तो आइए आज हम आपको भारत के उन गावों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने नई ऊर्जा से लेकर जैविक खेती करने तक कई उदाहरण पेश किए हैं.
केरल का पोथानिक्कड़ एक ऐसा गांव हैं जहां सदियों पुरानी परंपरा और संस्कृति अब भी देखने को मिलती है. इस गांव में शिक्षा का स्तर 100 प्रतिशत है, यानि यहां का हर व्यक्ति पढ़ा लिखा है.
बिहार के धरनई गांव में पहले बिजली की सुविधा नहीं थी. इस समस्या का हल करने के लिए गांव के लोगों ने खुद ही बिजली का उत्पाद सोलर एनर्जी यानि सूरज की रोशनी से करना शुरू किया. यह भारत का पहला गांव है जो सोलर एनर्जी पर चलता हैं.
खूबसूरती के मामले में मेघालय के मावलिनोंग गांव बहुत आगे हैं. साल 2003 में इस गांव को एशिया के सबसे स्वच्छ गांव का सम्मान मिला था. आप यहां लिविंग रूट ब्रिज और झरनों के साथ-साथ स्वादिष्ट लोकल फूड का आनंद भी ले सकते हैं.
महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर गांव में कोई पुलिस थाना नहीं. इस गांव को दुनिया का सबसे सुरक्षित गांव कहा जाता है. इस गांव में किसी के भी घर में दरवाजा तक नहीं लगा हुआ.
गुजरात के पुनसारी गांव में सीसीटीवी कैमरा और वाईफाई सुविधा आदि उपलब्ध हैं. पुनसारी गांव में शहरों जैसी सारी सहुलियतें मिलती हैं. इस गांव की सुंदरता भी आपका मन मोह लेगी.