हाइड्रोजन से चलने वाले हाइपरसोनिक एयरप्लेन कुल चार घंटे में 14,000 किमी की दूरी तय कर सकेंगे.
डेस्टिनस नाम का एक यूरोपीय स्टार्टअप हाइड्रोजन से चलने वाला हाइपरसोनिक एयरप्लेन बनाने का प्लान कर रहा है.
इसका लक्ष्य यूरोप से ऑस्ट्रेलिया तक यात्रा के समय को चार घंटे करने का है. यानि ये कुल 4 घंटे में 14,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगा.
हाइड्रोजन-से चलने वाला हाइपरसोनिक एयरप्लेन की अभी केवल टेस्ट फ्लाइट हुई है. जिसके परिणाम काफी अच्छे आए हैं.
यूरोप से ऑस्ट्रेलिया तक अभी लगभग 20 घंटे लगते हैं. इस हाइपरसोनिक एयरप्लेन से इस दूरी को 4 घंटे में तय किया जा सकेगा.
नवंबर 2022 में, उन्होंने एइगर नाम के अपने दूसरे प्रोटोटाइप की सफल टेस्ट फ्लाइट की घोषणा की थी.
अब, स्पेन के विज्ञान मंत्रालय ने कंपनी को हाइड्रोजन-से चलने वाले सुपरसोनिक एयरप्लेन को बनाने के लिए धन दिया है.
हाइड्रोजन फ्यूल सेल हाइड्रोजन और ऑक्सीजन एटम को एक साथ लाकर बिजली बनाता है.
जब हाइड्रोजन जलता है, तो यह मुख्य रूप से गर्मी और पानी पैदा करता है, जिससे यह एक क्लीन एनर्जी का स्रोत बन जाता है.
हाइपरसोनिक प्लेन बनाने वाला स्टार्टअप डेस्टिनस हाइड्रोजन फ्यूल का ही इस्तेमाल कर रहा है.
डेस्टिनस ने एक इन-हाउस हाइड्रोजन आफ्टरबर्नर बनाया है. यह इंजन पारंपरिक जेट टर्बाइनों को हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाले आफ्टरबर्नर के साथ जोड़ता है. उसी से ये एयरप्लेन चलता है.
ये एयरक्राफ्ट खुद टेकऑफ और लैंडिंग दोनों के लिए हाइड्रोजन-फ्यूल वाले एयर-ब्रीथिंग टर्बोजेट इंजन का उपयोग करेगा. जिससे ये केवल पानी और हीट ही पैदा करेगा, कार्बन एमिशन नहीं.