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भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देती है.
साल 2023 के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री 165 अरब डॉलर की है.
भारत 1.2 करोड़ हेक्टेयर ज़मीन पर कपास की खेती करता है. यानी पूरी दुनिया में कपास की खेती के लिए इस्तेमाल होने वाली ज़मीन का एक-तिहाई से ज़्यादा हिस्सा भारत में है.
इसके बाद भी भारत अपनी क्षमता के अनुरूप कपास नहीं उगा पाता. इसकी वजह है भारत में पाया जाने वाला एक कीड़ा.
यह कीड़ा भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को खा रहा है. इसका नाम है गुलाबी सुंडी. यानी Pink Bollworm.
यह कीड़ा कपास के फूलों और डोड़ों में छेद करके उन्हें अंदर ही अंदर खा जाता है. इससे कपास के प्रोडक्शन और क्वालिटी दोनों पर असर पड़ रहा है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, मौजूदा दौर में भारत की जीडीपी में 3.2 लाख करोड़ का योगदान कपास का है. देश के कुल एक्सपोर्ट का 11.8 प्रतिशत टेक्सटाइल से आता है.
गुलाबी सुंडी ने कपास की खेती पर ऐसा असर डाला है कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बड़ी मात्रा में फसलें बर्बाद हुई हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन कीड़ों का प्रकोप देशभर में फैल चुका है और किसानों को कपास की खेती छोड़ने के लिए मजबूर कर सकता है.