इन नियमों के साथ शिव पुराण की कथा सुनें

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सावन महीने में शिव पूजन का विशेष महत्व है. भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए इस महीने में लोग शिव पुराण सुनते हैं. लेकिन इसके सुनने का क्या  नियम है, चलिए बताते हैं.

दीक्षा से रहित लोगों को कथा सुनने का अधिकार नहीं है. शिव पुराण की कथा सुनने के लिए पहले वक्ता से दीक्षा ग्रहण करना चाहिए.

शिव पुराण सुनने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन, जमीन पर सोना चाहिए. इसके साथ ही पत्तल में खाना चाहिए.

कथा सुनने वालों को सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए. तामसिक और गरिष्ठ भोजन खाकर कथा नहीं सुनना चाहिए.

कथा कराने वाले व्यक्ति को दिन में एक बार जौ, तिल और चावल से बने खाद्य पदार्थ खाने चाहिए.

कथा कराने वाले व्यक्ति को लहसुन, प्याज, नशीली चीजों से दूर रहना चाहिए.

शिव पुराण की कथा के दौरान घर में कलह और अशांति का वातावरण नहीं रखना चाहिए.

शिव पुराण की कथा सुनने वालों को दूसरों का अपमान या निंदा नहीं करना चाहिए.

जिस दिन शिव पुराण की कथा का समापन हो, उस दिन गरीबों को भोजन कराना चाहिए