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केदारनाथ धाम उत्तराखंड की सबसे पवित्र जगहों में से एक है. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित केदारनाथ मंदिर भारत के 12ज्योतिर्लिंगों में से एक है.
केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं. ये मंदिर उत्तराखंड के चार धाम में से एक है.
केदरानाथ मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन पुराना है. माना जाता है कि यह मंदिर हजारों साल पुराना है और इसका उल्लेख महाभारत काल से जुड़ा है.
केदारनाथ मंदिर का संबंध पांडवों से भी है. कहा जाता है कि पांडव युद्ध के बाद पापमोचन के लिए भगवान शिव की शरण में आए थे.
कहा जाता है कि पांडवों को देखते ही भगवान शिव बैल (नंदी) का रूप लेकर इस स्थान पर छिप गए.
माना जाता है कि पांडवों ने शिवलिंग की स्थापना की थी. पांडवों ने शिव की पीठ के रूप में प्रकट हुए शिवलिंग की स्थापना की.इस तरह से मंदिर शुरू हुआ.
माना जाता है कि वर्तमान पत्थर का भव्य मंदिर आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में दोबारा निर्माण कराया. ये मंदिर समुद्र तल से लगभग 3,583 मीटर की ऊंचाई पर है.
उत्तराखंड का केदारनाथ मंदिर छह महीने बर्फ से ढका रहता है. सर्दियों में मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं. उस दौरान बाबा केदार की पूजा ऊखीमठ में होती है.
साल 2013 में केदारनाथ धाम में आपदा आई थी. भीषण बाढ़ और आपदा में मंदिर परिसर को भारी नुकसान हुआ, लेकिन मुख्य मंदिर चमत्कारिक रूप से सुरक्षित रहा.
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