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बंदूक (Gun) का आविष्कार किसी एक व्यक्ति ने नहीं किया था. यह एक लंबी प्रक्रिया के तहत धीरे-धीरे विकसित हुई.
अगर शुरुआत की बात करें, तो बंदूक का मूल रूप चीन में बना था. आइए इसका इतिहास समझते हैं.
दरअसल सबसे पहले नौंवी शताब्दी में चीन के एक अल्केमिस्ट ने गनपाउडर (बारूद) की खोज की.
उन्होंने इसे आग फेंकने वाले हथियार "फायर लांस" में इस्तेमाल किया. यह एक प्रकार का भाला था जिसमें गनपाउडर भरा होता था.
इसके बाद 13वीं शताब्दी में गन पाउडर और बंदूक जैसी तकनीकें सिल्क रूट के जरिए मध्य एशिया और फिर यूरोप पहुंचीं.
शुरुआती यूरोपीय बंदूकें हैंड कैनन (Hand Cannon) कहलाती थीं. आखिर 14वीं-15वीं शताब्दी में आधुनिक बंदूक की शुरुआत हुई.
अब लोहे की नली (barrel), ट्रिगर और गोली (bullet) का इस्तेमाल होने लगा. इटली, जर्मनी और इंग्लैंड में हथियार बनाने की तकनीक तेज़ी से बढ़ी.
इस तरह धीरे-धीरे बंदूक की तकनीक विकसित होती रही. आज दुनियाभर में ग्लॉक और बरेटा जैसी कंपनियां आधुनिक बंदूकें बना रही हैं.
रूस की कलाशनिकोव राइफल ने भी खूब ख्याति हासिल कर ली है.