टॉयलेट सीट फटने जैसी घटनाएं अब सामने आ रही हैं, जिससे लोग डरे हुए हैं.
अधिक गर्म पानी, गैस का दबाव या केमिकल क्लीनर से टॉयलेट सीट में ब्लास्ट का खतरा बढ़ सकता है.
प्लास्टिक सीट्स में माइक्रोक्रैक्स हो सकते हैं, जो धीरे-धीरे अंदर से कमजोर हो जाती हैं.
गर्म पानी डालने या तेज़ क्लीनर इस्तेमाल करने से सीट टूट सकती है या ब्लास्ट हो सकता है.
हमेशा सीट की जांच करते रहें, दरारें, आवाज़ या ढीलापन नजर आए तो उसे तुरंत बदलें.
क्योंकि ऐसा होने पर सीट के चटक कर ब्लास्ट होने की संभावना ज्यादा होती है.
सुरक्षात्मक उपायों और सही सफाई तकनीकों से ऐसे हादसों से बचा जा सकता है.