शादी में गोल्ड ज्वेलरी क्यों  दी जाती है?

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भारतीय शादियों में सोने के गहनों का खास महत्व होता है. यह सिर्फ आभूषण नहीं बल्कि परंपरा, प्यार और सुरक्षा का प्रतीक है.

सोने को शगुन और शुभता का प्रतीक और मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. शादी में इसे देना अच्छे भाग्य और समृद्धि की कामना का प्रतीक होता है.

शादी में सोने के गहने क्यों दिए जाते हैं? आइए इस बारे में जानते हैं.

सोने को आर्थिक सुरक्षा की गारंटी का माना जाता है. गहनों के रूप में दिया गया सोना मुश्किल समय में सहारा बन सकता है. यह दुल्हन के लिए भविष्य की बचत जैसा होता है.

शादी में सोने के गहने देना पीढ़ियों से चली आ रही एक परंपरा है. मां-बेटी के रिश्ते में यह एक भावनात्मक विरासत भी बन जाती है.

शादी में गहने देना धार्मिक मान्यता से जुड़ा है. हिंदू धर्म में सोना पवित्र धातु मानी गई है. इसलिए शादी में इसका इस्तेमाल अनिवार्य माना जाता है.

सोने के गहने सामाजिक प्रतिष्ठा को दर्शाते हैं. यह एक तरह से परिवार की स्थिति और प्रतिष्ठा का प्रतीक भी होते हैं.

सोने के गहने दुल्हन को सिर्फ सजाने के लिए नहीं दिए जाते हैं बल्कि यह भावनाओं, वचन और प्यार की चमक भी दर्शाते हैं.

शादी में सोने के गहने देना केवल एक रिवाज नहीं है. यह एक परिवार की आस्था, सुरक्षा, परंपरा और प्रेम की सबसे खूबसूरत अभिव्यक्ति है.

नोट- यहां बताई गईं सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.