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सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू हो गया है. ये 9 अगस्त तक चलेगा. सावन का महीना भारतीय संस्कृति में भगवान शिव का पवित्र महीना माना जाता है.
धार्मिक तौर पर लोग इस महीने में कई बातों का निषेध करते हैं, जिसमें एक ये भी है कि वो दाढ़ी नहीं बनाते.
सावन के महीने में खान-पान से लेकर रोजाना के जीवन से संबंधित कुछ स्वैच्छिक पाबंदियां हिंदू धर्म की पुरानी मान्यताओं और धार्मिकता से जुड़ी होंगी.
विज्ञान के एंगल से देखें तो सावन में बारिश के कारण नमी और फंगस का खतरा बढ़ जाता है.
दाढ़ी बनाने से त्वचा पर छोटे कट या घाव हो सकते हैं, जिससे संक्रमण (जैसे रिंगवर्म, फोड़े) का जोखिम बढ़ सकता है.
गीली हवा के कारण रेजर से शेविंग करने पर त्वचा में जलन या रैशेज होने की आशंका रहती है.
हो सकता है कि यही कारण प्राचीन काल में रहा होगा इस माह दाढ़ी न बनाने के लिए.
दाढ़ी या बाल त्वचा को धूप, नमी और कीटाणुओं से बचाने में मदद करते हैं. सावन में इन्हें न काटने से त्वचा को प्राकृतिक सुरक्षा मिल सकती है.