(Photos Credit: Getty/Pexels/Pixabay)
गिलोटिन (फ्रांस): 18वीं सदी में फ्रांस में अपराधियों का सिर तेज धार वाले गिलोटिन से काटा जाता था, जो तुरंत मौत देता था.
क्रूसिफिक्शन (प्राचीन रोम): अपराधी को लकड़ी के क्रॉस पर कील ठोककर लटकाया जाता था, जिससे दम घुटने से मौत होती थी.
इम्पेलमेंट (मध्यकालीन यूरोप): शरीर में नुकीला भाला घुसाकर अपराधी को धीमी मौत दी जाती थी, जो बेहद दर्दनाक थी.
पत्थरबाजी (प्राचीन मध्य पूर्व): भीड़ द्वारा अपराधी पर पत्थर फेंके जाते थे, जब तक वह मर न जाए.
जलाकर मारना (मध्यकाल): चुड़ैलों या देशद्रोहियों को जिंदा दांव पर जलाया जाता था, जो क्रूर सजा थी.
लिंगची (चीन): "हजार कटों की मौत" में अपराधी के शरीर को धीरे-धीरे काटा जाता था, जो घंटों तक दर्द देता था.
हाथी से कुचलना (प्राचीन भारत): अपराधी को प्रशिक्षित हाथी से कुचलवाया जाता था, जो ताकत का प्रदर्शन था.
बुल फाइट (प्राचीन स्पेन): अपराधी को सांडों के सामने छोड़ दिया जाता था, जो उसे मार डालते थे.
पब्लिक हैंगिंग (वैश्विक): अपराधी को रस्सी से लटकाकर सार्वजनिक रूप से फांसी दी जाती थी.