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आज हर कोई बालों के झड़ने और सफेद होने से परेशान न हो. गंजेपन को रोकने के लिए लोग हेयर ऑयल और कई तरह के क्रीमों का इस्तेमाल करते हैं. क्या इससे बालों का झड़ना रूक जाता है. जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट क्या कहते हैं.
गंजेपन दो प्रकार का होता है. पहला एंड्रोजेनिक एलोपेशिया, जिसमें कनपटी और सिर के ऊपरी हिस्से से बालों का झड़ना शुरू होता है. दूसरा है एलोपेशिया एरीटा. इसमें सिर के अलग-अलग हिस्सों से बाल गिरते हैं.
बाल कई कारणों से झड़ते हैं जैसे बढ़ती उम्र, खराब खानपान, बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल और मानसिक तनाव.
बाल जेनेटिक कारणों से भी झड़ते हैं. माता-पिता से विरासत में मिले जीन हमारे बालों के रोम को प्रभावित करते हैं, जिससे वे सिकुड़ने लगते हैं और अंत में बाल झड़ने लगते हैं.
हेयर एक्सपर्ट के मुताबिक मेडिकल साइंस में इस बात का कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है कि बाजार में मौजूद हेयर ऑयल या क्रीमें लगाने से बाल झड़ने की समस्या कंट्रोल हो जाती है.
यदि किसी को जेनेटिक कारणों से बाल झड़ने की समस्या है तो उसको काबू करना बहुत मुश्किल है. एक बार गंजापन शुरू हुआ तो उसकी रफ्तार भले ही कम हो सकती है, लेकिन उसको पूरे तरीके से रोका नहीं जा सकता है.
यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने बाल झड़ने की समस्या या गंजेपन को कंट्रोल करने के लिए 2 ड्रग को ही आजतक पास किया है. इनमें फाइनास्टराइड और मिनोक्सिडिल ड्रग हैं, जो बाल झड़ने को कंट्रोल कर सकते है.
यदि किसी दवा या तेल में फाइनास्टराइड और मिनोक्सिडिल हैं तो ये बाल झड़ने को रोक सकता है. इनपर सेकॉन्टिफ़िक डेटा भी है, हालांकि ये भी कोई गारंटी नहीं है कि ये ड्रग हर व्यक्ति को सूट करे.
गंजापन जेनेटिक है तो उनको रोकना मुश्किल है लेकिन अन्य मामलों में इसको कुछ हद तक खानपान पर ध्यान रखकर और नशे की लत को छोड़कर काबू पाया जा सकता है.