बृहस्पति ग्रहों में सबसे महान और शक्तिशाली है. बृहस्पति को नवग्रहों में गुरु माना जाता है. देव गुरु बृहस्पति की कृपा के बिना जीवन में खुशियों का संचार संभव नहीं है. बृहस्पति ग्रह धन, विवाह और संतान के मामलों को विशेष रूप से प्रभावित करता है. विवाह के मामले में बृहस्पति की स्थिति देखना बहुत आवश्यक होता है. महिलाओं के विवाह और वैवाहिक जीवन की सारी जिम्मेदारी बृहस्पति से ही तय होती है.
विवाह को कैसे प्रभावित करता है बृहस्पति
बिना बृहस्पति के महिलाओं का न तो विवाह होगा और न ही उनके जीवन में कुछ अच्छा होगा. बृहस्पति कमजोर हो तो विवाह में विलंब होता है. इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में कष्ट भोगना पड़ता है. बृहस्पति दूषित हो तो महिलाओं के चरित्र को कमजोर बना देता है. बृहस्पति जरा भी ठीक हो तो विवाह और वैवाहिक जीवन को ठीक रखता है.
बृहस्पति को ठीक करने के लिए करें ये उपाय, जल्दी होगा विवाह
1. नित्य प्रातः सूर्यदेव को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करें.
2. सुबह और शाम को 108 बार बृहस्पति के मंत्र का जप करें.
3. सुबह और शाम को 108 बार नमः शिवाय का जप करें.
4. सप्ताह में एक बार धर्म स्थान पर जरूर जाएं.
5. एक सोने या पीतल का छल्ला तर्जनी अंगुली में धारण करें.
6. सिर्फ सात्विक आहार ग्रहण कीजिए.
7. भोजन करने के पहले प्रभु को भोजन का भोग लगाएं और इसके बाद भोजन ग्रहण करें.
8. भोजन करने से पहले हाथ जोड़ करके प्रार्थना करिए. भगवान की कृपा के लिए आभार व्यक्त करिए.
9. रोज बेसन का सेवन करें. भोजन के साथ या भोजन के बाद थोड़ा सा मीठा भी खाएं.
10. अपने व्यवहार में गंभीरता लाने का प्रयास करें. चुलबुल व्यवहार छोड़ दें. दूसरों की सहायता जितना यथाशक्ति कर सकें जरूर करें.
11. नियमित रूप से सुबह और शाम पूजा उपासना जरूर करें. कोई स्तुति करें या किसी मंत्र का जप नियमित रूप से अवश्य करें.
12. यदि किसी व्यक्ति को अपना गुरु बनाया है तो गुरु की बात माने उनसे जुड़े रहें. बड़े-बुजुर्गों की सेवा और सहायता जरूर करें.
13. यदि आपके कोई गुरु नहीं हैं तो भगवान शिव को अपना गुरु मान करके पूजा करनी चाहिए. जब आप गुरु की शरण में रहते हैं, गुरु की आज्ञा का पालन करते हैं तो बृहस्पति अनुकूल होने शुरू हो जाते हैं.
...तो समस्याओं का नहीं होता है अंत
बृहस्पति यदि किसी की कुंडली में अशुभ हो तो जीवन में समस्याओं का अंत नहीं होता. बृहस्पति कमजोर है तो व्यक्ति के जीवन में ईश्वर की कृपा कम हो जाती है या नहीं होती है. व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में समस्या अवश्य आती है. पत्नी है तो पति की तरफ से कष्ट होता है और यदि पति है तो पत्नी की तरफ से कष्ट होता है. पत्नी की तरफ से कष्ट होता है. बृहस्पति यदि अनुकूल ना हो तो व्यक्ति को मोटापे की, लिवर की, डायबिटीज की या अहंकार की समस्या परेशान करती है. बृहस्पति अगर अनुकूल नहीं होगा तो थोड़ा सा ज्ञान पाने के बाद ही आपके अंदर अहंकार भर जाएगा.